व्यंग्य के रूप में हिटलर का ‘Mein Kampf’

जर्मन हास्य अभिनेता Serdar Somuncu हिटलर के प्रचार की मूर्खता को उजागर करने के लिए, ‘Mein Kampf’ अर्क का पाठ करते है; Sebastian Huempfer लिखते है।

उदहारण

अपने कार्यक्रम, ‘एक जन कातिल की विरासत’ (The Legacy of a Mass Murderer) में, जर्मन हास्य अभिनेता Serdar Somuncu, एडॉल्फ हिटलर की किताब ‘के अंश का पाठ करते हैं ताकि वो हिटलर के प्रचार की मूर्खता पर प्रकाश डाल सके। 1991 से 2001 तक , Somuncu के कार्यक्रम ने जर्मनी , ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड में दौरा किया जहाँ ‘Mein Kampf’ की बिक्री और खरीद निषिद्ध है। 1,428 रीडिंग से अधिक , Somuncu दावा करते हैं की वह 250,000 दर्शकों तक पाहुच गए हैं, जिनमे से कई जर्मन स्कूलों के विद्यार्थी हैं, और वह एक लौते व्यक्ति हैं जिसको ” इस किताब से पढ़ने के लिए अनुमति मिली है”। वह बार बार एक बुलेट प्रूफ जैकेट पहनने के लिए और अनुरोध पुलिस के संरक्षण में रहने के लिए मजबूर किए गए हैं क्योंकि अपने शो के वजह से उनको नव-नाजी समूहों से धमकीयाँ मिली हैं और वह लोग उनके शो का विरोध करते है। कई जर्मन शहरों में जैसे श्वेरिन और इंगोल्स्तद में विभिन्न राजनीतिक दलों के स्थानीय सरकारी अधिकारियों ने Somuncu को यह कहते हुए रोकने की कोशिश की है कि ‘Mein Kampf’ पढ़ना आम शालीनता का उल्लंघन का प्रदर्शन है।

बवेरिया के राज्य के वित्त मंत्रालय ‘Mein Kampf’ किताब पर कॉपीराइट के आधिकारिक मालिक है, जब तक वह समाप्त नहीं होता अथर्त 1 जनवरी 2016 तक। तब तक, इस पुस्तक की बिक्री और खरीद जर्मनी, ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड में निषिद्ध है। हालांकि, यह पुस्तक का होना अवैध नहीं है। Mein Kampf के ऑनलाइन संस्करण कई भाषाओं में मुक्त उपलब्ध हैं। Mein Kampf को 2016 से खरीदने के लिए उपलब्ध होना चाहिए या नहीं इस पर कुछ बहस चल रही है। कुछ लोगों का – Somuncu सहित – यह मानना है कि किताब पर प्रतिबंध लगाने से इस किताब के लिए एक प्रकार का रहस्य पैदा होगा, जबकि कोई भी जो इस किताब को पढ़ने की कोशिश करेगा, उसे तुरंत पता लग जाएगा की यह किताब “बकवास” है और इसमे “इतिहास के सबसे अधिक उलझन भरे और व्यर्थ सिद्धांत” है। दूसरे लोगो का मानना है की यह किताब एक खतरनाक प्रचार और फ़ासिज़्म का प्रतीक बनी हुई है और/या क्योंकि थर्ड रीक के पीड़ितों की स्मृति की रक्षा के लिए इस किताब को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। बवेरियन शिक्षक संघ के अध्यक्ष का टो यह भी मानना है की उच्च विद्यालय के इतिहास की कक्षाओं में ‘Mein Kampf’ पुस्तक की चर्चा नहीं की जानी चाहिए ताकि विद्यार्थियों की रुचि इस पुस्तक को पढ़ने के लिए ना बने।

लेखक की राय

“मुझे नहीं लगता की इस शो (या किताब) पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। मैंने इस मामले का अध्ययन लिखने से पहले Somuncu का प्रदर्शन यूट्यूब वीडियो में देखा। Somuncu बस ‘Mein Kampf’ से पढ़ता नहीं है। ना ही वह अज्ञानी दर्शकों को हँसाने के लिए राजनीतिक रूप से गलत चुटकुले का उपयोग करता है। Somuncu का शो व्यंग्य द्वारा शिक्षा है। यह सामाज के लिए लाभदायक है, क्योंकि यह लोगो को एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक दस्तावेज़ का सामना करने और इस दस्तावेज़ का आज क्या मतलब है पर प्रतिबिंबित करने के लिए मजबूर करता है। और वह है भी काफी मजेदार। यह कहने के बाद , मैं समझ सकता हूँ कि जिनको कट्टरता और घृणा का सामना करना पड़ा जो ‘Mein Kampf’ समर्थन करती है वह इस किताब के किसी भी अंश के साथ सामना करना नहीं चाहेंगे, और अन्य लोगों की हँसी बेस्वाद और दरदनाक पाएँगे। यह असल में समस्यात्मक है जब लोग जातिवाद और यहूदी-विरोधी प्रचार की मूर्खता के बारे में हंसते है और आसानी से भूल जाते हैं की नस्लवाद और सेमेटिक विरोधी दोनों अभी भी उनके अपने ही समाज में मौजूद है जैसे वे जर्मनी, ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड में है। तथापि, मैं ऐसी बुद्धिमान कॉमेडी के लाभों की तरफ अपना झुकाव पता हूँ ना कि इसके हानिकारक दुष्प्रभाव की तरफ। इस का योगदान सार्वजनिक बहस और ऐतिहासिक स्मृति के लिए बहुत है और साथ ही कलात्मक अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए अधिक अच्छा है, कम से कम इस मामले में, इस शो की वजह से अपमान/अपराध का पल्ला भरी नहीं है। यह विशेष रूप से सच है क्योंकि हर व्यक्ति, Somuncu के शो में शामिल होने या नहीं होने का निर्णय स्वतंत्र रूप से कर सकते हैं।

- Sebastian Huempfer

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Comments (4)

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  1. I agree with Sebastian that no matter what one thinks about the general legality of voicing these opinions (and I agree with Jack here as well), clearly, context is key.
    It is legal in Germany to screen Nazi propaganda movies like ‘Jud Suess’ if they are framed by an appropriate introduction and commentary that furthers sceptical and critical thinking. Clearly, comedy can do the same.

  2. Should he be allowed to? Absolutely! Even if he agreed with the poison. And even if the book was outlawed in Germany. What are people afraid of?–that they, and others, have such weak minds that they will be influenced by it?

    • Yes, that’s one argument. It’s probably not the most important one though. What do you think about the other arguments – respect for the victims, a desire to remove the symbols of the Third Reich from all public spaces, the offence this might cause, etc.?

      • *the offence this show might cause

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